Nidhivan Mystery | क्या है निधिवन में ऐसा - निधिवन का रहस्य - हिंदी में
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| HindiSpoke |
एक ऐसी जगह जहां पर रात में आंखें खोलना माना है। यहां पर आना भी माना है यहां जो रात में होता है वह अगर कोई देख लेत है तो उसकी मौत हो जाती है या तो वह पागल हो जाता है या अंधा हो जाता है। इसीलिए इस जगह पर रात में आंखें खोलना माना है।
यहां की बारे में कई अनोखी और रहस्यमई कहानियां हैं। कई लोग मानते हैं की आज भी भगवान श्री कृष्णा और राधा रानी जी हर रात को यहां पर आते हैं और जो इनको देख लेत है वो जिंदा नहीं बचते।
भगवान श्री कृष्णा उन्हें देखने वाले की जान ले लेते हैं। क्या वाकई में रात के समय यहां पर भगवान श्री कृष्णा आते हैं या फिर इस जगह के बड़े में बताई गई बातें पुजारी के द्वारा भक्तों को लूटने के लिए बनाई गई कहानी मंत्र रहे हैं।
वृंदावन के निधिवन के बड़े में वृंदा का मतलब होता है तुलसी। और इस वन में तुलसी के बड़े-बड़े वृक्ष हैं जाते हैं। यह एक पवित्र धार्मिक स्थल है और साथ ही ये भारत की एक रहस्यमई जगह भी है।
श्री कृष्णा वायरल तस्वीर
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| Source: Social Media |
इंटरनेट पर कई लोगों द्वारा दवा किया जाता है की यह जो तस्वीर आप देख रहे हैं यह भगवान श्री कृष्णा की असली तस्वीर है। हालांकि समझदार लोग इन तस्वीरों पर विश्वास नहीं करते क्योंकि वो अच्छे से समझते हैं की उसे समय पर ना मोबाइल होता था ना ही ऐसी कोई टेक्नोलॉजी जिसके द्वारा किसी की तस्वीर ली जा सकती है।
निधिवन महल
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| Source: Internet |
यहां पर झाड़ियां के बीच एक छोटा सा महल है जिसकी छठ के नीचे श्रीकृष्ण के लिए सूर्यास्त के बाद भोग रखा जाता है। धातुन राखी जाती है पान, लड्डू, भजन, बिंदिया और श्रृंगार के सामान सभी चीजें यहां पर मिलती हैं।
भगवान श्री कृष्णा उन सभी चीजों का इस्तेमाल करते हैं जो भक्तजन उन्हें प्रसन्न करने के लिए लाते हैं। यहां पर आने वाले भक्त अपनी मनोकामनाएं मांगते हैं और भगवान कृष्णा से अपने संकटों का समाधान चाहते हैं।
इस जगह के रहस्यमयी माहौल ने लोगों के आकर्षण को बढ़ा दिया है। यहां आने वाले लोग इस जगह के रहस्यों और अनसुलझे चरित्रों को लेकर बातचीत करते हैं। कुछ लोग तो यहां पर अपनी कल्पनाओं के आधार पर रहस्यमयी कहानियों को गूंजाते हैं।
वृंदावन के इस जगह की सुन्दरता और शांति आपको मोहित कर देती है। यहां पर कुछ लोग ध्यान भी करते हैं और योग अभ्यास करते हैं। ध्यान करने से उन्हें मानसिक शांति मिलती है और वे अपने जीवन को सकारात्मक बनाने के लिए प्रेरित होते हैं।
इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता और वन्य जीवन लोगों को आकर्षित करती है। यहां के बने हुए रास्ते, झाड़ियां, वृक्ष, और पशु-पक्षियों की विविधता को देखकर लोग आनंदित होते हैं।
वृंदावन के इस जगह का इतिहास और पौराणिक महत्व इसे और भी रोमांचक बनाते हैं। यहां कई महाभारतीय और पुराणिक कथाएं जुड़ी हुई हैं। इसीलिए धार्मिक रूप से भी यह जगह महत्वपूर्ण है और धर्मिक पर्व-त्योहारों के दौरान लाखों भक्त यहां पर आते हैं।
यहां पर आने वाले भक्त अपने आप को इस भगवान के पास निकटतम महसूस करते हैं और उन्हें भक्ति और श्रद्धा का अनुभव होता है। यह भावना और अनुभव लोगों को इस जगह के प्रति और भी आकर्षित करते हैं।
इस जगह के चारों ओर एक अलग ही आंबर है जो इसे रहस्यमयी और आकर्षक बनाता है। रात के समय यहां पर जाने वाले लोग अपनी बहुतायत सुनाते हैं और कहते हैं कि यहां पर विभूति और शक्ति का अनुभव होता है।
क्या है रहस्य?
यहां पर चबाए हुआ धातुन पानी का खाली लूट आधा खाया हुआ पान और थोड़े से खाए हुए लड्डू मिलते हैं इन सब चीजों से ऐसा प्रतीत होता है जैसे स्वयं भगवान श्री कृष्णा यहां पर आए हो और उन्होंने इन सभी चीजों का इस्तेमाल किया हो यहां पर जो तुलसी के बड़े-बड़े वृक्ष लगे हैं जिन्हें भक्तजन गोपिया मानते हैं उनकी शाखाएं भी अजीब तरीके से बढ़नी हैं ये शाखाएं ऊपर की बजाएं नीचे की और जाति है
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| Source: Internet |
निधिवन के पास में ही जो घर बने हुए हैं कहा जाता है की उनमें खिड़कियां नहीं होती और जिन घरों में खिड़कियां भी हैं उन लोगों ने उन खिड़कियों को बैंड कर रखा है ताकि रात के समय गलती से भी निधिवन में होने वाली रासलीला उन्हें दिखाई ना दे जाए क्योंकि अगर वो ये रासलीला होते हुए देख लेते हैं तो हो सकता है वो भी अंधे हो जैन या उनकी जान चली जाए अब ये जो मैंने आपको साड़ी बातें बताई है ये बहुत सारे युटुब वीडियो में बता राखी है इंटरनेट पर भी निधिवन के बड़े में यही सब बताया जाता है लेकिन रियलिटी काफी अलग है
निधिवन का जो जंगल है वह काफी ज्यादा सिकुड़ चुका है मतलब खत्म होने वाला है पहले के जमाने में ये जंगल काफी ज्यादा फैला हुआ था हरा-भरा था लेकिन पॉल्यूशन की वजह से आसपास होते हुए कंस्ट्रक्शन की वजह से ये एक काफी छोटे से एरिए में ही सीमित रह गया है और इस जंगल को यहां की बाउंड्री वॉल ने बचा कर रखा है क्योंकि इसके आसपास तीन तीन मंजिला इमारतें बन चुकी है और उन इमारत में खिड़कियां भी हैं और वो खिड़कियां खली भी रहती है आप किसी भी इमारत की छठ पर जाकर आराम से देख सकते हो की वृंदावन में अंदर क्या चल रहा है
काफ़ी लोगो ने निधिवन में वीडियो बनाया है रात के टाइम में और उनका कहना है की
"वैसे तो हम आंगन में यही रहते हैं तो कभी कुछ ऐसा नहीं हुआ रात्रि में कभी-कभी लेकिन हमने कभी रात्रि में 12:00 बजे के बाद निदान में झांकने की कोशिश नहीं की अच्छा ये तो था दिन का वीडियो रात के समय भी कुछ लोग रिसर्च करने के लिए यहां पर आ चुके हैं उन लोगों ने यहां पर पूरा वीडियो बनाया उन्हें कोई रासलीला होते हुए दिखाई नहीं दी "
ये सभी लोग ना अंधे हुए ना बहरी हुए और ये लोग अभी तक जिंदा भी है और इनके द्वारा बनाई गई वीडियो आप अभी देख सकते हो अपनी स्क्रीन पर और आपका भी कुछ नहीं बिगड़ेगातो देखो अब मैं आपको यह साड़ी चीज क्यों बता रहा हूं क्योंकि हर जगह के बड़े में कुछ चीज सच होतीहैं और कुछ चीज झूठ फैलाई जाति हैं और सबसे बड़ा सवाल तो ये है की अब आज के जमाने में इस कलयुग में जब लोगों का भगवान पर से विश्वास उठाता जा रहा है लोगों के दिल से अपने कर्मों का डर खत्म होता जा रहा है
गैर धर्म के लोग हिंदू धर्म के देवी-देवताओं को काल्पनिक बताते हैं ऐसे समय में तो यहां वृंदावन में सीसीटीवी लगाना चाहिए यहां का लाइव टेलीकास्ट टीवी पर करना चाहिए ताकि पुरी दुनिया देख सके की भगवान श्री कृष्णा है ताकि जो लोग भी हिंदू धर्म के ऊपर या भगवानों के ऊपर उंगली उठाते हैं उनका मुंह बैंड हो जाए बुरे कम करने वालों के मां में भगवान का डर बैठने लगे
बट एक्चुअली में ऐसा कुछ किया नहीं जाता क्योंकि हमारे भगवान को सिर्फ वहीं पर जिंदा रखा जाता है जहां पर पंडित की दुकानदारी चलती है
देखो मैं भगवान के अस्तित्व पर सवाल उठाने वाला कोई नहीं होता लेकिन जहां पर भगवान के नाम पर हमें बेवकूफ बनाया जा रहा हो उसे जगह पर तो हम कम से कम सवाल उठा सकते हैं या श्रद्धा के नाम पर हमेशा हर जगह बेवकूफ बन्ना जरूरी है देखिए जिसको ईश्वर में विश्वास है उसे सबूत देने की कोई जरूर नहीं है और
जो भगवान पर विश्वास नहीं करता उसे कितने भी सबूत दे दो वो विश्वास नहीं करेगा तो हमें समझना चाहिए की आखिर भगवान हमें क्या संदेश देना चाहते हैं क्या हम वाकई में उनकी कहीं गई बटन को अपने जीवन में उतार रहे हैं या हमारे धार्मिक स्थल केवल लोगों के द्वारा बनाई गई कहानियां के आधार पर ही चलते हैं
क्या केवल नारियल फोड़ना अगरबत्ती लगाना पूजा पाठ करना यही तक सीमित है आपकी जिम्मेदारी जो संदेश वो देना चाहते हैं जी तरीके से जीवन जीने के लिए वो आपको प्रेरित करना चाहते हैं क्या हम आज के जमाने में उनकी बटन का अनुसरण कर भी रहे हैं या केवल हम धर्म के नाम पर दिखावा कर रहे हैं
आप मुझे खुद बताइए किस चीज की इंर्पोटेंस ज्यादा है रामायण असलियत में हुई थी या नहीं हुई थी इस बात के साइंटिफिक सबूत ढूंढने का महत्व ज्यादा है या फिर रामायण में हमें जीवन जीने का जो दिया गया है हमें जो सिख दी गई है उसे अपने जीवन में उतार कर अपने जीवन को बेहतर बनाने का इंर्पोटेंस ज्यादा है तो अगर हम रामायण से कुछ बात सिख कर अपने जीवन को बेहतर बनाते हैं तो हम स्वयं रामायण के अस्तित्व के एक सबूत बन जाएंगे हमें किसी और सबूत की जरूर नहीं पड़ेगी तो बेसिकली
आज का ये निधिवन से रिलेटेड article मैंने इसलिए बनाया था क्योंकि इंटरनेट पर निधिवन से रिलेटेड जितने भी वीडियो / article अवेलेबल है उनमें वही किसी पीटी पुरानी बातें आपको बताई गई हैं जिम से की आदि बातें लोगों द्वारा मनगढ़ंत फैलाई गई है जिनका सच्चाई से कहानी तक कोई लेना देना नहीं है और ये बात आप भी मां के चलिए की हमारे जीवन में अंधविश्वास ने इतनी गहराई तक जेड जमा ली है की हमें अब उसे उखाड़ कर फेंकना पड़ेगा हमें समझना पड़ेगा की हमारा धर्म हमारे भगवान हमारे मंदिर हमारे धार्मिक स्थल केवल एक पर्यटन स्थल नहीं है जो पंडित पुजारी द्वारा फैलाई गई कहानियां के आधार पर चलते हो इनका एक विशेष महत्व है इसे मिलने वाली एक विशेष सिख है जिसे हमें अपने जीवन में उतारना चाहिए
कुछ खास बाते
वृंदावन के इस रहस्यमयी और प्राकृतिक स्थल को देखकर लोग चमत्कृत होते हैं और यहां के अनुभव को वे अपने जीवन भर नहीं भूल सकते। वृंदावन के इस जगह को भारतीय संस्कृति और धरोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। इसे धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से देखा जाता है और यहां पर अनेक धार्मिक स्थल हैं जो लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं।
वृंदावन का प्रसिद्ध मंदिर, श्री बांके बिहारी जी मंदिर, जिसे मधुरा के नाथ मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, वहां के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। यawolहां के मंदिर में भगवान श्री कृष्णा के सुंदर मूर्ति का दर्शन करने वाले भक्तों की भीड़ निरंतर रहती है।
वृंदावन के इस जगह को अनेक प्रकार के भजन, कीर्तन और संध्या आरती के लिए भी जाना जाता है। भक्त वहां खड़े होकर श्री कृष्णा की महिमा गाते हैं और उन्हें अपने जीवन के संघर्षों से राहत प्राप्त होती है।
इसके अलावा, वृंदावन के आस-पास एक कई और धार्मिक स्थल हैं, जैसे कि विश्राम घाट, केशी घाट, प्रेम मंदिर, नीलम नीकुण्ड, गोवर्धन पर्वत आदि। ये स्थान भगवान कृष्णा के जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण कथाओं और लीलाओं से भरे हुए हैं।
वृंदावन की धरोहर और संस्कृति में स्थानीय लोगों का बड़ा योगदान है। इस जगह के आस-पास कई प्राचीन मंदिर और धार्मिक स्थल हैं, जिन्हें स्थानीय लोग रक्षा करते हैं और उन्हें सुरक्षित रखते हैं। वे भगवान कृष्णा की पूजा-अर्चना में व्यस्त रहते हैं और धार्मिक आयोजनों का भी ध्यान रखते हैं।
वृंदावन के इस स्थान पर आने वाले लोग अपने जीवन के भागदौड़ और तनाव से दूर होकर एक शांतिपूर्ण और आत्मनिर्भर जीवन जीने के लिए प्रेरित होते हैं। धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से इस जगह का महत्व अपार है और यह एक शांतिदायक और पवित्र स्थान है जो हर भक्त को आकर्षित करता है।
अन्य महत्वपूर्ण स्थान
वृंदावन के अतिरिक्त, यहां के समीपवर्ती इलाकों में अन्य भी प्राचीन और महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल हैं जो विभिन्न प्रकार के यात्रियों को आकर्षित करते हैं। ये स्थल भारतीय इतिहास, संस्कृति और धरोहर से भरे हुए हैं।
मथुरा, वृंदावन से कुछ किलोमीटर दूर स्थित है, जो भगवान कृष्ण के जन्मस्थल के रूप में जाना जाता है। श्री कृष्णा जन्मभूमि मंदिर यहां पर स्थित है जहां भगवान कृष्णा का जन्म हुआ था। यह मंदिर भगवान कृष्णा के बाल स्वरूप की मूर्ति के साथ है और यहां पर हर साल जन्माष्टमी उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है।
वृंदावन से लगभग 22 किलोमीटर की दूरी पर मथुरा के पास विश्राम घाट स्थित है। यह घाट यमुना नदी के किनारे स्थित है और हिन्दू धर्म के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थानों में से एक है। यहां सूर्योदय और सूर्यास्त के समय आरतियां होती हैं और लोग यमुना नदी में स्नान करते हैं।
गोवर्धन पर्वत भी वृंदावन से कुछ दूरी पर स्थित है और भगवान कृष्ण के जीवन से गहराई से जुड़ा हुआ है। इस पर्वत के पीछे भगवान कृष्णा ने अपने भक्तों को बचाने के लिए छिपने का लीला दिखाया था।
वृंदावन और मथुरा के अलावा, अगर आप भारतीय संस्कृति, इतिहास, और धारोहर को अध्ययन करने और समझने के रुचि रखते हैं, तो आप दिल्ली से भी वृंदावन के लिए एक दिन की छुट्टी पूर्वक यात्रा कर सकते हैं। दिल्ली में राष्ट्रीय संग्रहालय, पुरानी दिल्ली के मुग़ल समय के धरोहर, लाल क़िला, इंडिया गेट, और अन्य महत्वपूर्ण स्थान हैं जो आपके इतिहास और संस्कृति से जुड़े ज्ञान को विस्तृत कर सकते हैं।
वृंदावन और इसके आस-पास के स्थानों में आकर्षक वातावरण, धार्मिक महत्व, और स्थानीय संस्कृति का अनुभव करके आपको एक अनूठा और प्रेरणादायक अनुभव मिलेगा। यहां पर आप स्वयं को धार्मिकता और आध्यात्मिकता के भाव में खो सकते हैं और एक नए प्रकार के स्पिरिचुअल अनुभव का आनंद ले सकते हैं।
यदि आप प्राकृतिक सौंदर्य और शांति का आनंद लेना चाहते हैं, तो वृंदावन के पास राजा कुंवर सरोवर नामक एक तालाब है, जो आपको आत्मीयता की अनुभूति कराएगा। यहां के निकटतम जंगलों में छोटे साधु-संत आश्रम हैं, जहां आप ध्यान और मेधावी प्रक्रियाओं के माध्यम से अपने आत्मा के साथ एकांत में समय बिता सकते हैं।
वृंदावन के आस-पास के क्षेत्र में अनेक दर्शनीय स्थान हैं, जैसे कि निधिवन, सेवा कुंज, बांके बिहारी मंदिर, इत्यादि। यहां के मंदिर और धार्मिक स्थल आपको आध्यात्मिकता के प्रति अधिक जागरूक बनाएंगे।
वृंदावन के साथ-साथ, मथुरा के पास भी कई धार्मिक स्थल हैं। जैसे कि श्रीकृष्ण जी की पत्नी राधा रानी के नाम पर बनी राधा रानी मंदिर, जिसे दर्शन करना भगवान श्रीकृष्ण के और उनके प्रिय सखी राधा के अनंत प्रेम के प्रतीक के रूप में माना जाता है।
निष्कर्ष
वृंदावन एक ऐसी स्थल है जहां भक्ति, प्रेम, और आध्यात्मिकता का एक अद्भुत संगम होता है। यहां के सुरम्य परिवेश में घूमकर आप अपने जीवन को एक नए दिशा दे सकते हैं और आंतरिक शांति का अनुभव कर सकते हैं।
अगर आप वृंदावन जाने का निर्णय करते हैं, तो कृपया ध्यान दें कि आपके यात्रा के लिए सही समय का चयन करें। कुछ धार्मिक उत्सव और त्योहारों के समय यहां भ्रमण करना आपके लिए और भी अधिक खास बना सकता है।
देखिए मुझे मालूम है की ये टॉपिक काफी कंट्रोवर्शियल है और मैंने अपनी तरफ से एक सही मैसेज देने की ही कोशिश की है लेकिन फिर भी अगर आपको इस article में कहीं गई किसी बात से बूरा लगा है तो मैं अपनी तरफ से माफी मांगता हूं लेकिन अगर आपको ये article इसमें कहीं गई बातें पसंद आई है तो article को share जरूर करना | और ऐसे ही articles के लिए bloh को follow कर लेना मिलते हैं अगले एक और article में.



